ऑपरेशन अजय: इजराइल में फंसे भारतीय दिल्ली पहुंचे, कहा सायरन बजने पर लगता था डर
By: Shilpa Fri, 13 Oct 2023 11:16:40
नई दिल्ली। इज़रायल से 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। हमास के साथ इजरायल के युद्ध के बीच देश छोड़ने के इच्छुक 212 भारतीयों को लेकर पहली चार्टर उड़ान गुरुवार को बेन गुरियन हवाई अड्डे से रवाना हुई थी। भारतीय ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर स्थानीय समयानुसार रात 10.14 बजे भारत के लिए रवाना हुए।
केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने एयरपोर्ट पर नागरिकों का स्वागत किया। केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी। हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया।
हम जिस स्थान पर थे वह सुरक्षित था
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला ने कहा, “मेरा बेटा अभी केवल 5 महीने का है, हम जिस स्थान पर थे वह सुरक्षित था लेकिन आगे की परिस्थिति और अपने बेटे के लिए हमने भारत आने का फैसला लिया। पहली रात हम सो रहे थे तभी एक सायरन बजा, हम वहां पर पिछले 2 वर्ष से थे हमने ऐसी परिस्थिति पहले कभी नहीं देखी थी। हम शेल्टर में गए, हम 2 घंटे के लिए शेल्टर में रहे। हम अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं, मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं।”
#WATCH | Delhi: An Indian national who returned from Israel says, "The situation was very bad over there... EAM Minister Dr S Jaishankar and his team, especially the Embassy in Tel Aviv did a tremendous job. And we are really very grateful to the Government in India." pic.twitter.com/nnlU3yIAFO
— ANI (@ANI) October 13, 2023
सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला स्वाति पटेल ने बताया, “यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। वहां जब सायरन बजता है तो बहुत डर लगता है। सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है। यहां हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जब भी सायरन बजता था तब हमें 1.5 मिनट में शेल्टर में जाना होता था।”
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए मनोज कुमार ने कहा, मैं वहां पर बतौर पोस्ट डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यरत था, मेरा पत्नी और 4 वर्ष की बेटी भी मेरे साथ हैं। तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने काफी सहयोग किया… इसके साथ ही सुरक्षित रूप से भारत आने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं। इज़रायल की सरकार भी दिन-रात काम कर रही है…”